Unforgettable Dramatic day to start 2012 -
Live example - भक्ति मैं शक्ति -
सादर जय जिनेन्द्र ,
गुरुवर आचार्य श्री विद्यासागर जी कहते है , " मोक्षमार्ग दो ही हैं । 1. साधना 2. आराधना , और जब तक साधना नहीं कर पा रहे हो, तब तक आराधना तो करो । "
देखते हे देखते साल २०११ निकल गया और गुरुवर १०८ ज्ञानसागर जी महाराज के वचनों को शिरोधार्य करके , हम सभी मित्रो ने सोचा क्यों न , २०१२ की शरुआत भगवन की भक्ति , साधना और आराधना से की जाये ! फिर सभी मित्रो से बात की और तय हुआ की रविवार Jan 1st ,२०१२ को , श्रवणबेलगोला के बाहुबली जी ,होलेबेदु के पारसनाथ प्रभु और मंदार्गिरी के चंदाप्रभु ,की भक्ति करके एक नए जीवन यात्रा का शुभारम्भ किया जाये..बात हुए , गाडी बुक की गए ,पर हमारा उपसर्ग की जाने के 30 min पहले गाडी वाले ने मना कर दिया , सोचा की प्रभु जी ये कैसे माया ????? ..अचानक 10 min बाद पता नहीं कैसा चमत्कार हुआ की ,within 5 min ek cab wala chalne ke liye ready ho gaya....जैसे bhe हम लोग श्रवणबेलगोला पहुचे...bheed बहुत जादा थे ...पर हमें अभिषेक करने मिल गया....और अभिषेक करने के बाद जो आरती और जाप की..उसका आनंद जिन्दगी भर नहीं भूल सकता .... (यहाँ आपको batadoo की हम total ९ लोग थे जिसमे ४ जाति से जैन नहीं थे पर भावना जैन वाली थी )...फिर next step मैं हम होलेबेदु पहुचे...वहा भगवन पारसनाथ जी की भक्ति करके श्री शिखर जी की याद आ गए ....यहाँ हमें शाम के ७ बज गए थे और हम सभी चिंता मैं डूब गए की अब तो मंदार्गिरी के दर्शन नहीं हो पायगे और समय हो गया था 8:30... तभी मयंक भाई बोला की, "मनीष अब क्या करे , चंदाप्रभु जी के दर्शन तो रह गए ..." जैसे hei उसने इतना बोला ,तभी पता नहीं कैसे मैंने मन मैं click हुआ और मैं बोला ,"अरे यही तो मंदार्गिरी है .." और प्रभु जी की निकट आते आते "नागराज "के दर्शन हो गए और हम gate के बहार खड़े थे ...सबका मन बहुत खुश हो गए ... सबने दर्शन और भक्ति की...जैसे हे हम NH4 पर पहुचे और गाडी ख़राब हो गए....फिर से चिंता और रात के 11pm हो गए थे..सबने णमोकार मंत्र का जाप किया और चंदाप्रभु बाबा को याद किया ,तभी एक CAB वाला मिल गया ,और वो हमें बंगलोरे तक छोड़ने को ready हो गया.....
कहने का मतलब ये है ,की भक्ति मैं बहुत शक्ति होती है...पर सच्चा सम्यक्दर्शन ,सम्यक्ज्ञान और सम्यक्चारित्र होना बहुत जरूरी है...४ जो जैन नहीं थे...२०१२ मैं बाहुबली जी के दर्शन करके वो भी जैन श्रेणी मैं आने के लिए Nominated हो गए...क्योकि धर्म पंथ नहीं पथ देता है ! पहले मानव बनें, मोक्ष का द्वार स्वतः खुल जाएगा….
Through this note, I would like to express my gratitude and appreciation to the contribution made by each of you. Thank you for being an integral part of JAIN TRIP -2012. Together, let us move forward, step by step, with new hope in mind and continue to push the envelope to reach newer levels of greatness.
Lastly, I wish this New Year will be a safe and peaceful one for you and your families.Have a wonderful 2012!
Thanks to Mayank,kirti,lavish,ajay,a bhishek,panda,abhishek 1,+1
Manish Jain
Live example - भक्ति मैं शक्ति -
सादर जय जिनेन्द्र ,
गुरुवर आचार्य श्री विद्यासागर जी कहते है , " मोक्षमार्ग दो ही हैं । 1. साधना 2. आराधना , और जब तक साधना नहीं कर पा रहे हो, तब तक आराधना तो करो । "
देखते हे देखते साल २०११ निकल गया और गुरुवर १०८ ज्ञानसागर जी महाराज के वचनों को शिरोधार्य करके , हम सभी मित्रो ने सोचा क्यों न , २०१२ की शरुआत भगवन की भक्ति , साधना और आराधना से की जाये ! फिर सभी मित्रो से बात की और तय हुआ की रविवार Jan 1st ,२०१२ को , श्रवणबेलगोला के बाहुबली जी ,होलेबेदु के पारसनाथ प्रभु और मंदार्गिरी के चंदाप्रभु ,की भक्ति करके एक नए जीवन यात्रा का शुभारम्भ किया जाये..बात हुए , गाडी बुक की गए ,पर हमारा उपसर्ग की जाने के 30 min पहले गाडी वाले ने मना कर दिया , सोचा की प्रभु जी ये कैसे माया ????? ..अचानक 10 min बाद पता नहीं कैसा चमत्कार हुआ की ,within 5 min ek cab wala chalne ke liye ready ho gaya....जैसे bhe हम लोग श्रवणबेलगोला पहुचे...bheed बहुत जादा थे ...पर हमें अभिषेक करने मिल गया....और अभिषेक करने के बाद जो आरती और जाप की..उसका आनंद जिन्दगी भर नहीं भूल सकता .... (यहाँ आपको batadoo की हम total ९ लोग थे जिसमे ४ जाति से जैन नहीं थे पर भावना जैन वाली थी )...फिर next step मैं हम होलेबेदु पहुचे...वहा भगवन पारसनाथ जी की भक्ति करके श्री शिखर जी की याद आ गए ....यहाँ हमें शाम के ७ बज गए थे और हम सभी चिंता मैं डूब गए की अब तो मंदार्गिरी के दर्शन नहीं हो पायगे और समय हो गया था 8:30... तभी मयंक भाई बोला की, "मनीष अब क्या करे , चंदाप्रभु जी के दर्शन तो रह गए ..." जैसे hei उसने इतना बोला ,तभी पता नहीं कैसे मैंने मन मैं click हुआ और मैं बोला ,"अरे यही तो मंदार्गिरी है .." और प्रभु जी की निकट आते आते "नागराज "के दर्शन हो गए और हम gate के बहार खड़े थे ...सबका मन बहुत खुश हो गए ... सबने दर्शन और भक्ति की...जैसे हे हम NH4 पर पहुचे और गाडी ख़राब हो गए....फिर से चिंता और रात के 11pm हो गए थे..सबने णमोकार मंत्र का जाप किया और चंदाप्रभु बाबा को याद किया ,तभी एक CAB वाला मिल गया ,और वो हमें बंगलोरे तक छोड़ने को ready हो गया.....
कहने का मतलब ये है ,की भक्ति मैं बहुत शक्ति होती है...पर सच्चा सम्यक्दर्शन ,सम्यक्ज्ञान और सम्यक्चारित्र होना बहुत जरूरी है...४ जो जैन नहीं थे...२०१२ मैं बाहुबली जी के दर्शन करके वो भी जैन श्रेणी मैं आने के लिए Nominated हो गए...क्योकि धर्म पंथ नहीं पथ देता है ! पहले मानव बनें, मोक्ष का द्वार स्वतः खुल जाएगा….
Through this note, I would like to express my gratitude and appreciation to the contribution made by each of you. Thank you for being an integral part of JAIN TRIP -2012. Together, let us move forward, step by step, with new hope in mind and continue to push the envelope to reach newer levels of greatness.
Lastly, I wish this New Year will be a safe and peaceful one for you and your families.Have a wonderful 2012!
Thanks to Mayank,kirti,lavish,ajay,a
Manish Jain
too good.. I can recall whole trip .. ..
ReplyDeletemast likha hai Manish bhaiya ne... Aur Mayank bhai vo Pooja Driver bhi nahi bhulenge hum ;-) kya mast chala raha tha vo gaadi .... jaise ki mein NFS(Need for Speed) mein chalata .... :D
ReplyDelete:) (Y) :):)
ReplyDelete